ऊंटों के करतब ने किया रोमांचित , पशु मेला परवान पर
साण्डवा दूर दराज के क्षेत्रों सें आए पशुपालकों का जमावड़ा , मैदान में मौजूद विभिन्न नस्ल के पशु , सजी दुकानें , ढोल पर डंडे की थाप और घोड़ी का नृत्य । ऐसा ही आलम था साण्डवा की देव गोसांई ओरण में आयोजित पशु मेले का।
ढोल पर थाप पड़ी तो सहसा ही घोड़ी नृत्य करने को मजबूर हो गई। घोड़ी ने मारवाड़ी , घुमर , पंजाबी सहित विभिन्न धुनों पर नृत्य किया तो वहां लोग दांतो तले अंगुली दबाने को मजबूर हो गए । मेले में आए हुए प्रशिक्षित ऊंट भी विभिन्न करतब दिखा रहे थे।
मेले में आ रहे है ग्रामीण
मेले को देखने के लिए क्षेत्र व आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ उमड़ रही है। विभिन्न दुकानों पर खरीददारों की भीड़ रही। इसके अलावा बच्चे व महिलाएं भी मेले में चाट पकौड़ी का आनन्द लेते नजर आ रहे है।
गांव के लिए वरदान साबित हो रहा है पशु मेला
इस इलाके के विख्यात पशु मेले से ग्राम पंचायत को हर वर्ष करीब 10 लाख रूपये सें अधिक आमदनी होती है इस राशि का उपयोग गांव के विकास कार्यो में किया जाता है। इसके अलावा रोशनी व सफाई कार्यों में भी यह राशि खर्च की जाती है।
पशुपालक होंगे सम्मानित ।
सरपंच सुमन जाखड़ ने बताया कि ग्राम पंचायत की ओर सें सोमवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा इसमे अच्छी नस्ल के पशुओं के मालिकों को सम्मानित किया जाएगा।
सरपंच सुमन जाखड़ , पंचायत समिति सदस्य महेश तिवाड़ी , केशराराम जाखड़ , रामदेव शर्मा , बनवारी बोहरा , नरपत गोदारा आदि व्यवस्थाओं में जुटे हुए है।