। यह सीचएसी मरीजों को हरे भरे वातावरण में सुकून भी दे रही है। दीवार पर योजनाओं के प्रचार-प्रसार संबंधी पोस्टर, गलियों व बरामदे में लगे गमलों के हरे भरे पौधे चिकित्सालय की सुंदरता को बढ़ा रहे हैं। भवन के सामने बनाया गया उद्यान भी चार चांद लगा रहा है।
चिकित्सालय की साफ-साफ को यहां आने वाले सभी मरीज प्रशंसा करते हैं। बरामदे में मरीजों के मनोरंजन के लिए एलईडी टीवी भी लगाई गई है। चिकित्सालय के सौंदर्यीकरण में चिकित्सालय के प्रभारी डा. अजय ढाका की प्रेरणा से गांव के कुछ लोगों ने भी आर्थिक सहयोग भी प्रदान है। आज चिकित्सालय के सभी वार्डों के आगे गमले में पौधे लगे हुए हैं। डा. ढाका ने बताया,सीएमएचओ डा. अजय चौधरी के मार्गदर्शन में करीब डेढ़ साल से इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। पर्चियों से होने वाली आय व ग्रामीणों की ओर से दिए 30 हजार रुपए इस पर खर्च किए गए। अब तक डेढ़ लाख रुपए से अधिक खर्च हो चुके हैं।
यहां प्रतिदिन लगभग ढाई सौ मरीज उपचार के लिए आते हैं। 30 बेड की सुविधा है। चार चिकित्सक, दो नर्सिंग स्टॉफ, चार एएनएम, कार्यरत हैं। एक सरकारी सहित कुल पांच सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। डा. ढाका के अलावा डा. लोकेश श्रीवास्तव, डा. अक्षय शर्मा, ड़ा. श्रीकांत मीणा व अन्य स्टॉफ का भी इसमें सहयोग रहा है। सीएचसी में 31 प्रकार की जांच हो रही है। महिला चिकित्सक के नहीं होने के बावजूद प्रत्येक माह करीब 25 प्रसव भी हो रहे हैं।