खेतों के पास डाले जा रहे है मृत पशु व कचरा, दुर्गंध व बीमारी के डर से किसान नही कर रहे है खेती ।
![]() |
||
ग्राम पंचायत की भूमि पर डाला गया कूड़ा करकट
|
भोमपुरा निवासी प्रकाश पिलानिया ने बताया कि गांव के पास उनका खेत है जिसके पास पंचायत की भूमि है जहाँ पर गांव के मृत पशु व ग्राम पंचायत द्वारा सफाई में निकलने वाला कचरा डलवाया जा रहा है । ग्राम पंचायत को कई बार अवगत करवाया जा चुका है परंतु अभी तक कोई भी ठोस कार्यवाही नही की गई है ।
RTI द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी होती है कि मृत पशुओं के शरीर का निस्तारण उचित तरीके से किया जाए ताकि कोई भी बीमारी न फैले । इसके लिए मृत पशुओं के शरीर को जमीन में गडडा खोदकर नमक के साथ दफनाया जाना चाहिए , परन्तु यहां पर तो स्तिथि बड़ी ही दयनीय है क्योंकि मरने वाली गायों के शरीर को आम किसान के खेतों के पास डाला जा रहा है । एक तरफ जहां हम गाय को मां का दर्जा देते है वही दूसरी तरफ मरने के पश्चात उनके साथ इस तरह की दुर्दशा कहा तक न्यायोचित है ।
प्रकाश पिलानिया ने आज ग्राम पंचायत की आम सभा मे प्रार्थना पत्र देकर निवेदन किया है कि उनकी कृषि भूमि के पास पंचायत की भूमि पर मृत पशु डाले जा रहे है जिसके वजह से वहां पर उनका खेती कर पाना सम्भव नही है ।
जहां पर पशु डाले जारहे है पास में ही कंक्रीट की सड़क है जिससे छोटे बच्चे स्कूल जाते है उनपर भी शिकारी कुत्ते कई बार हमला कर चुके है ।
कूड़े करकट में प्लाष्टिक की वजह से आसपास के सभी खेत प्लास्टिकमय हो चुके है जिसके वजह से पिछले 3 – 4 साल में आसपास के किसानों ने खेती नही की है ।
अतः ग्राम पंचायत से अपील की जाती है कि मृत पशुओं के शरीर का उचित तरीके से निस्तारण किया जाए ताकि बीमारी से बचा जा सके ।