आज सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है सांडवा गोशाला की गाड़ी पकड़ने की खबर ।
खबर की तफ्तीश करने पर पता चला कि आज से तकरीबन 20 दिन पहले पाली जिले के जैतारण तहसील आनन्दपुर कालू गांव की है ।
जिसके अनुसार
“देश के समस्त कामधेनु सैनिकों को सूचित किया जाता है कि आज पाली जिले की जैतारण तहसील के आनन्दपुर कालू ग्राम | में कामधेनु सेना के जैतारण तहसील सचिव राकेश देवासी व उनकी टीम ने चुरुजिले की बीदासर तहसील के साण्डवा ग्राम की श्री राम गौशाला सेवा समिति की दानपात्र गाड़ी RJ 21 GB 0218 को रूकवाकर चेक किया जिसमें विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय नागौर के दानपात्र मिले, जिससे जैतारण तहसील सचिव व कामधेनु सैनिक आक्रोशित हो गए और श्री राम गौशाला सेवा समिति के कर्मचारियों से पूछा कि आपकी गाड़ी तो श्री राम गौशाला साण्डवा में लगी हुई है तो इसमें विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय के दानपात्र क्यों और कैसे ? इस बात का उन्होंने संतुष्ट जवाब नहीं दिया तो आक्रोशित हुए घटना स्थल पर शोर-शराबा देख आनन्दपुर कालू ग्राम के अनेक गोभक्त एकत्रित हो गए। सभी गोभक्त और कामधेनु सैनिकों ने उन कर्मचारियों को प्रसाद देकर नजदीकी पुलिस थाने में दानपात्र चोरी का मुकदमा दर्ज करवाया। पकड़े गये दानपात्र कर्मचारियों में नागौर जिले के ढींगसरी ग्राम के देवराज जाट, प्रकाश नायक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर | दिया, आनन्दपुर कालू पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाकर इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने हेतु प्रशासन को कहा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो । तहसील सचिव देवासी ने बताया कि उक्त कर्मचारियों को 1. बार-बार समझाने के बाद भी अपनी घिनौनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे, क्योंकि इन्होंने प्रदेश से लगभग सैकड़ों दानपात्र विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय नागौर के चुराये थे।आज तहसील सचिव को इसकी सूचना मिलते ही उन्होंने विशेष टीम गठित कर उक्त गाड़ी को चेक किया जिसमें इनकी हकीकत सामने आ गई।”
इसके बारे में बात करने पर पता चला कि गौशाला समिति के संचालकों से बात होने के बाद गाड़ी व युवको को छोड़ दिया गया था ।
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि अगर साण्डवा गौशाला की गाड़ी अगर पूरे राजस्थान में चन्दा एकत्रित करने जाती है तो गांव के लोगों को इस बारे में खबर क्यों नही थी । गाड़ी में पकड़े गए युवक भी सांडवा के नही थे और ना ही गाड़ी सांडवा की थी ।
इसे लेकर सांडवा के लोगों में सोशल मीडिया पर काफी रोष देखा गया है की ऐसा क्या था उस गाड़ी में जो सांडवा के लोगों से छुपाया गया और अब तक वो गाड़ी कभी साण्डवा में चन्दा लेने के लिए क्यों नही आई और न ही कभी सांडवा के आसपास कभी इस गाड़ी को देखा गया ।