सांडवा मुक्तिधाम की कायापलट का जिम्मा उठाया गांव के युवाओं ने
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जेसीबी की सहायता से कार्य करवाते हुए |
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समतलीकरण करने के पश्चात |
गांव सांडवा के युवाओं ने मिलकर श्मशान घाट की कायापलट करने का जिम्मा लिया है । आस पास के शहरो के श्मशान घाट से प्रेरित होकर सांडवा के युवाओं ने अपने गांव की श्मशान भूमि के सौंदर्यकरण का फैसला किया । लॉक डाउन में बाहर से आये युवकों के साथ मिलकर गांव के युवा प्रतिदिन सुबह श्मशान भूमि पर जाकर श्रमदान कर रहे है । जिसमे पुरानी बनाई गई जर्जर हो चुकी चौकियों को हटाकर समतलीकरण का कार्य किया गया । जिसमे जेसीबी व ट्रेक्टर की सहायता से कार्य करवाया जा रहा है । अब तक युवाओं ने अपने स्तर पर एक व्हाट्सप्प ग्रुप के माध्यम से चंदा करके 20000 रूपये की लागत का कार्य करवाया है , जो की आगे भी जारी रहेगा । इसके प्रश्चात यहां पर पार्क बनाना प्रस्तावित है । इसके अलावा वहां पर गांव के भामाशाह द्वारा एक टिन शेड बनवाया गया है जो की बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार में काफी उपयोगी साबित हो रहा है और एक विश्राम भवन निर्माणाधीन है ।
इसके अलावा पेड़ पौधे लगाकर उनकी रख रखाव का कार्य भी किया जाता है । जिसमे संतोष कुमार तिवाड़ी , जुगल प्रजापति, रमेश पंडिया, रमेश बिहानी, विष्णु शर्मा, गजानंद राठी, वासुदेव पुरोहित, महेश तिवाड़ी , देवरावल सिंह , प्रकाश माली, दामोदर माली व अन्य उपस्थित रहे ।