आज राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय साडँवा में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के नियमानुसार बाल संसद का गठन लोकतांत्रिक तरीके से प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा किया गया।
कक्षा 11 की बालिका सुमित्रा सुथार को बाल संसद का प्रधानमंत्री निर्वाचित किया गया। सुमित्रा सुथार को बालिका दिवस के अवसर पर 1 दिन के लिए संस्था प्रधान का दायित्व देकर सम्मानित किया।।प्रधानाचार्य हेमाराम मेघवाल ने उन्हें संस्था प्रधान के दायित्वों और शक्तियों के बारे में अवगत करवाकर सारी कार्य प्रणाली बताई।
इस वर्ष इस दिवस की थीम” बालिका शक्ति अलिखित,अविरल” के संदर्भ में प्रधानाचार्य हेमाराम मेघवाल ने अपने विचार व्यक्त किए।।उन्होंने बताया कि भारत “यत्र नार्यस्तु पूज्यंते,रमन्ते तत्र देवता:।”को मानने वाला देश है। हमे बालिकाओं की शक्ति पहचान कर उन्हें आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध करवाने है। आज जीवन हर क्षेत्र में बालिकाएं अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है।समाज मे व्याप्त बुराइयों का अंत करना होगा।कन्या भ्रूण हत्या,दहेज प्रथा,घरेलू हिंसा,लिंगभेद, अशिक्षा आदि का अंत करना है।हमे बालिकाओं की शिक्षा और उनके पोषण की तरफ ध्यान देना है।देश की आधी आबादी के सहयोग के बिना हम विकास की कल्पना नही कर सकते। इस अवसर पर सभी अध्यापक और विधार्थी उपस्थित रहे।