झाझडिय़ों की ढाणी (चूरू). शेखावाटी के लाल देवेन्द्र झाझडिय़ा ने मंगलवार की रात को रियो पैरा ओलंपिक में इतिहास रच दिया। देवेन्द्र ने जैवेलियन थ्रो के एफ 46 इवेंट में
स्वर्ण पदक जीतकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। देवेन्द्र की इस कामयाबी पर पूरा शेखावाटी अंचल खुशी से झूठ उठा है। अंचल में अलसुबह से जश्र मनाया जा रहा है।..
झाझडिय़ा ने मंगलवार रात ढाई बजे हुए इवेंट में63.97 मीटर दूर भाला फेंका और खुद ही विश्व रिकॉर्ड तोड़दिया।-वर्ष 2004 में एथेंस पैरा ओलम्पिक में देवेन्द्र ने 62.15 मीटर भाला फेंककर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
देवेन्द मूलरूप से राजस्थान के चूरू जिले की सादुलपुर तहसील के गांव झाझडिय़ों की ढाणी के रहने वाले हैं।-इनका परिवार झाझडिय़ों की ढाणी के साथ-साथ सादुलपुर की एमपी कॉलोनी और जयपुर में रह रहा है।-ओलम्पिक में इतिहास रचने के बाद देवेन्द्र के घर बधाई देने पहुंचने वाला का तांता लगा हुआ है।-पूरा अंचल देवेन्द्र का मैच देखने के लिए देर रात तक जग हुआ था। उनके विश्व रिकॉर्ड बनाने के साथ ही आतिशबाजी शुरू हो गई।-पिता रामसिंह व माता जीवणी देवी ने बताया कि उनके बेटे ने देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर उनकी झोली खुशियों से भर दी।