साण्डवा मेहनत कर खून पसीना बहाकर धरती सें सोना उपजाने वाले किसानों का बार बार बेमौसम हो रही बरसात ने हाल बेहाल कर दिया है।
गांव साण्डवा , बम्बू , बेरासर , उड़वाला , पारेवडा सहित आसपास के गांवों में बुधवार देर रात हुई बरसात सें किसानों द्वारा खेतों में सूखने के लिए रखी हुई फसलों में भारी नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार सिंचित खेती कर रहे क्षेत्र के सेंकडों किसानों ने मुंगफली की कटाई करके सूखने के लिए रख रखी है देर रात्रि के समय अचानक तेज बारिश शुरू हो गयी तो किसानों के पास फसल के बचाव का कोई विकल्प नजर नहीं आया।
ऐसे आलम में खेतों में जगह जगह रखी हुई मुंगफली चारे सहित बरसात सें पूरी तरह भीग गयी। पकी हुई फसलों के बेमौसम बारिश सें खराब होने सें क्षेत्र के किसानों निराश है।
इधर असिंचित खेती कर रहे किसानों के भी कहीं मोठ , बाजरा , ग्वार तो कहीं चारा खराब हुआ है।
क्षेत्र के किसानों ने बेमौसम हुई बरसात सें फसलों में हुए नुकसान का आंकलन करवाकर मुआवजा दिलवाने की मांग की है।
बीमा का पैसा काट लिया अब मुआवजे सें कतरा रहे है जिम्मेदार
किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों ने अपने खेत गिरवी रखकर बैंकों सें लोन ले रखे है रेगुलर ब्याज चुकाने वाले सभी कृषकों की फसलें बीमित है अचानक बरसात होने सें फसलों को हुए नुकसान के लिए कहाँ ओर कैसे आवेदन करना है इस बात की जानकारी बैंको द्वारा नहीं दी जा रही है।
मंत्री जी सें है उम्मीद
वैसे तो यह इलाका आपदा प्रबन्धक विभाग के मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल का विधानसभा क्षेत्र है इस क्षेत्र के किसानों ने मंत्री जी को 30 हजार वोटों सें जीत का ताज पहनाया था। किसानों को मंत्री जी सें उम्मीद है कि उनके नुकसान का समय रहते आंकलन करवाकर मुआवजा दिलाया जाएगा।