सांडवा गांव साण्डवा की देव गोसांई ओरण मे आयोजित 10 दिवसीय पशु मेले में गुरुवार सुबह से ग्राम पंचायत द्वारा अस्थाई दुकानों की खुली बोली
लगानी शुरू होते ही दुकानदारों की भीड़ लग गई ।
दुकानदारों ने खुली बोली लगाकर दुकाने छुड़ाई ।
पंचायत प्रसार अधिकारी उगमसिंह ने बताया की 3 दिनों तक खुली बोली में दुकानों का आवंटन किया जायेगा ।
गांव के पशु मेले में ऊंट-ऊँटनी व अन्य पशु आने शुरू हो गैर है ।
इस मौके पर ग्रामसेवक प्रहलाद भार्गव , पंचायत समिति सदस्य महेश तिवाड़ी , सरपंच सुमन जाखड़ , उपसरपंच रतनसिंह राठौड़ , केशराराम जाखड़ , सुखराम गोदारा , मुंशी खां पंवार , बनवारी बोहरा सहित जनप्रतिनिधियों ने व्यवस्थाओ का जायजा लिया ।
मेले में आते है हजारों पशु
गांव की ओरण में लगने वाले इस पशु मेले में राजस्थान सहित आसपास के राज्यों से हजारोँ की तादाद में पशु आते है ।
57 वर्षों से चल रहा है मेला
गांव के जनप्रतिनिधि ठाकुर गुमानसिंह राठौड़ ने 57 वर्ष पहले इस मेले की शुरुआत की थी । मेले की स्थापना करने वाले ठाकुर गुमानसिंह राठौड़ खुद किसानों से मुलाकात करके उनके हालचाल जानते है।
मेले की शुरुआत के समय पशुओं केलिए पानी की व्यवस्था के लिए बडी बड़ी कड़ाइयां रखी जाती थी लेकिन ज्यों ज्यों मेले का विस्तार हुआ व्यवस्थाएं बढती रही आज मेले में पानी के ट्यूबवेलों व जल्हौजों की समुचित व्यवस्थाए है ।
आमदनी से होता है गांव का विकास
ग्राम पंचायत को इस मेले में करीब 10 लाख रूपये की आमदनी होती है जिसे गांव के विकास के कार्यो में खर्च किया जाता है ।
मेले में लगता है हाट बाजार
गांव के पशु मेले में बहुत बड़ा हाट बाजार भी लगता है जिसमे किसानों की जरूरत का सामान , घरेलु सामान , साज सजावट का सामान उपलब्ध रहता है ।
संवादाता संदीप पारीक साण्डवा