चोरी की वारदात के खुलासे की मांग को लेकर नारेबाजी व प्रदर्शन
वृताधिकारी के आश्वासन सें माने ग्रामीण
साण्डवा 19 अक्टूबर को रात्रि के समय शोकाकुल परिवार के घर हुई चोरी की वारदात का खुलासा करवाने की मांग को लेकर गांव साण्डवा स्थित पुलिस थाने के आगे जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने मिलकर मंगलवार सुबह 11 बजे स्टेट हाइवे पर बैठकर प्रदर्शन किया व नारेबाजी की गांव के लोगों ने पुलिस द्वारा एक भी चोरी का खुलासा नहीं करने का आरोप लगाया।
साथ ही रात्रिकालीन गश्त बढ़ाने , थाने में एएसआइ व जवानों के रिक्त पदों को भरने व चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने की मांग की।
साण्डवा थाने के आगे प्रदर्शन की पूर्व सूचना के मद्देनजर सुजानगढ वृताधिकारी नरेंद्र शर्मा व छापर थानाधिकारी राकेश सांखला भी मौके पर पहुंच गए व बीदासर व छापर सें अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया।
साण्डवा सरपंच संजय कुमार मेघवाल , उपसरपंच शिवशंकर देरासरी , महेश कुमार तिवाड़ी , केशराराम जाखड़ , लालचंद सोनी , नरपत गोदारा , भारतीय संस्कृति युवा मंच के जुगल प्रजापति , भंवरलाल रेगर , गोविन्द प्रसाद टोकसिया , सांवरमल पुरोहित , नवीन कठोतिया , गिरधारी पुरोहित , संदीप गोदारा , गोविन्दप्रसाद तिवाड़ी , लालचंद कठोतिया , विक्रमसिंह राठौड़ , रूघनाथ बोहरा , राजकुमार पांडिया , बाबूलाल माली , कृष्णगोपाल लखोटिया सहित अनेक लोगों ने सीओ नरेन्द्र शर्मा के समक्ष उपस्थित होकर शोकाकुल परिवार के घर हुई चोरी की वारदात का जल्द से जल्द खुलासा करने की मांग की।
वृताधिकारी शर्मा ने ग्रामीणों की मांग पर तुरन्त साण्डवा एसएचओ इन्द्रलाल शर्मा व छापर एसएचओ राकेश सांखला के नेतृत्व में टीम गठित कर जल्द सें जल्द चोरी की वारदात का खुलासा करवाने का आस्वासन दिया तो ग्रामीण सहमत हो गए।
वारदात स्थल पर पहुंचे अधिकारी
सीओ नरेंद्र शर्मा व छापर व साण्डवा थानाधिकारी मय जाब्ते वारदात स्थल पर पहुंचे व पीड़ित परिवार सें मिलकर वारदात की जानकारी ली व जल्द खुलासा करवाने का आश्वासन दिया।
यह है मामला
19 अक्टूबर को राजेश पांडिया के घर चोरी की वारदात हुई थी राजेश के पिताजी का 15 अक्टूबर को स्वर्गवास होने के बाद वह अपने परिवार सहित अपने पिता व भाई के घर पर आया हुआ था इस दौरान चोरों ने अमानवीयता का परिचय देते हुए योजनाबद्ध तरीके सें शोकाकुल परिवार के बड़े बेटे राजेश के घर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।
थाने में 20 अक्टूबर को चोरी का मामला भी दर्ज करवा दिया था वारदात को करीब 15 दिन बीत जाने के बाद भी कोई खुलासा नहीं होने सें गांव के लोगों में भारी आक्रोश है।